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विवाद

अमेरिका की नई क्यूबा नीति से यूरोप परेशान

१७ अप्रैल २०१९

ट्रंप प्रशासन ऐसी नीति बनाने जा रहा है कि जिसके तहत क्यूबा में काम कर रही विदेशी कंपनियों पर अमेरिका में मुकदमा दायर किया जा सकेगा. इन कदमों की सीधी मार यूरोपीय कंपनियों पर पड़ेगी.

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USA Donald Trump- Rede über Kubapolitik
तस्वीर: Reuters/C. Barria

कई दशकों की तल्खी खत्म करते हुए बराक ओबामा ने अमेरिका और क्यूबा के बीच कूटनीतिक संबंध बहाल किए. वॉशिंगटन ने हवाना पर पर लगे कुछ आर्थिक प्रतिबंध भी हटाए. ओबामा के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति बने डॉनल्ड ट्रंप अब इन कोशिशों पर पानी फेर रहे हैं. ईरान परमाणु समझौते और पेरिस जलवायु समझौते से निकलने के बाद अब ट्रंप क्यूबा के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं.

दवाब की नई कोशिशों के तहत ट्रंप प्रशासन अमेरिकी नागिरकों को क्यूबा में काम कर रही विदेशी कंपनियों के खिलाफ मुकदमा करने की अनुमति देगा. इस बड़े नीतिगत बदलाव का सीधा झटका अमेरिका के साझेदार यूरोपीय देशों को लगेगा. क्यूबा, कम्युनिस्ट सत्ता वाले अपने मित्र देश वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोला मादुरो के समर्थन में खड़ा है. ट्रंप इससे नाराज हैं. अमेरिका और पश्चिमी देश मादुरो को चुनौती देने वाले विपक्षी नेता और स्वघोषित राष्ट्रपति खुआन गुआइदो का समर्थन कर रहे हैं. 

क्यूबा को लेकर नीतियों में किए जा रहे बदलावों की जानकारी ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बॉल्टन मियामी में देंगे. मियामी में बड़ी संख्या में क्यूबा से पलायन कर अमेरिका में बसने वाली आबादी रहती है. इस दौरान बॉल्टन वेनेजुएला और निकारागुआ के खिलाफ नए प्रतिबंधों का एलान भी करेंगे.

हेल्म्स-बर्टन एक्ट पर संकट

अमेरिका 1996 के हेल्म्स-बॉर्टन एक्ट में एक अहम प्रावधान में बदलाव करने जा रहा है. इसके साथ ही क्यूबा में सक्रिय कई अमेरिकी, यूरोपीय और कनाडाई कंपनियां अमेरिका में कानूनी दावों में दायरे में आए जाएंगी. क्यूबा से भागने वाले अमेरिकी, वहां काम कर रही किसी भी कंपनी के खिलाफ के अमेरिकी अदालत में मुकदमा दायर कर सकेंगे. फिलहाल क्यूबा में ज्यादातर यूरोपीय कंपनियां ही काम कर रही हैं. विदेशी निवेश जुटाने के लिए क्यूबा पश्चिमी देशों की कंपनियों को आकर्षित कर रहा है. ट्रंप के कदमों की मार इन कोशिशों पर पड़ेगी.

नीतिगत बदलावों के तहत अमेरिकी नागरिकों की दशकों पहले क्यूबा में जब्त की गई संपत्ति का इस्तेमाल करने वालों को ट्रंप प्रशासन अमेरिकी वीजा न देने की तैयारी भी कर रहा है. क्यूबा में 1959 कम्युनिस्ट क्रांति हुई. इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों की निजी संपत्ति जब्त कर ली गई. कम्युनिस्ट क्रांति के दौरान और उसके बाद बड़ी संख्या में लोग क्यूबा से भाग कर अमेरिका भी आए. अमेरिका जब्त संपत्ति को हमेशा से इन्हीं लोगों की मूल संपत्ति मानता रहा है.

क्यूबा का कहना है कि वह राष्ट्रीयकरण की गई संपत्ति लौटाने को तैयार है, लेकिन छह दशकों के कारोबारी प्रतिबंधों से पहुंचे नुकसान का हर्जाना दिया जाए.

यूरोपीय संघ के साथ विवाद

यूरोपीय संघ कारोबार के मामले में क्यूबा का सबसे बड़ा साझेदार है. ईयू ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर किसी संप्रभु राष्ट्र के साथ उसके कारोबारी रिश्तों में दखल देने की कोशिश की गई तो अमेरिका को विश्व व्यापार संगठन में चुनौती दी जाएगी. क्यूबा की राजधानी हवाना में तैनात यूरोपीय संघ के दूत अल्बेर्टो नावारो ने अमेरिकी कदमों की आलोचना की है.

वेनेजुएला पर दबाव बनाने के मामले में अब यूरोप के देशों ने अमेरिका का साथ दिया है. लेकिन अब क्यूबा की अर्थव्यवस्था पर चोट पहुंचाने की अमेरिकी कोशिश खास तौर पर स्पेन को नाराज करेगी. स्पैनिश भाषी क्यूबा के स्पेन के साथ मजबूत आर्थिक रिश्ते हैं. ओबामा के कार्यकाल में क्यूबा के साथ सुधरे संबंधों के बाद यूरोप की कई कंपनियां वहां काम कर रही हैं. ट्रंप के कदमों की वजह से यूरोपीय कंपनियां ईरान में भी फंस चुकी हैं.

(अब तक ये सभी डील तोड़ चुके हैं ट्रंप)

रिपोर्ट: विंटर चेज/ओएसजे