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ई कोलाई के लिए अंकुरित अनाज पर शक

६ जून २०११

अंकुरित अनाज जर्मनी में फैले घातक ई कोलाई बैक्टीरिया की वजह हो सकता है. इस बैक्टीरिया की वजह से अब तक 22 लोगों की जान जा चुकी है और इसकी वजह का पता नहीं चल पा रहा है.

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Die Medizinisch-Technische Assistentin (MTA) Brigitte Weiss zeigt in Hamburg im mikrobiologischen Labor des Universitaetsklinikums Eppendorf (UKE) eine EHEC-Bakterienkultur (Foto vom 24.05.11). Bei der Suche nach dem Ausloeser der EHEC-Infektionswelle haben Gesundheitsbehoerden jetzt ein Luebecker Restaurant ueberprueft. Insgesamt 17 Erkrankte haetten dort zwischen dem 12. und dem 14. Mai gegessen, berichteten die "Luebecker Nachrichten" in der Ausgabe von Samstag (04.06.11). (zu dapd-Text) Foto: Philipp Guelland/dapd
तस्वीर: dapd

रविवार को जर्मनी के लोअर सेक्सनी प्रांत के कृषि मंत्री गेर्ट लिंडरमान ने इशारा किया कि अंकुरित अनाज ई कोलाई संक्रमण के लिए जिम्मेदार हो सकता है. उन्होंने कहा कि पक्के तौर पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन दोनों के बीच संबंध का पता चला है.

जर्मनी के बाहर मौत

रविवार को मरने वालों की संख्या में तीन मरीजों के इजाफे के साथ ही यूरोपीयन सेंटर पर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (ईसीडीसी) ने ई कोलाई की जड़ के बारे में नई जानकारी को भी उजागर किया. रविवार को हुई तीन मौतों में से एक स्वीडन में हुई.

Eine Fachaerztin des Landesuntersuchungsamtes untersucht am Mittwoch (01.06.11) in Koblenz eine Probe von Gurken auf EHEC-Erreger. In Rheinland-Pfalz sind am Mittwoch keine weiteren schweren EHEC-Faelle aufgetreten. Es bleibe bei vier Personen mit dem HU-Syndrom seit Jahresbeginn, sagte die Sprecherin des fuer Lebensmittelueberwachung zustaendigen Landesuntersuchungsamtes (LUA), Kerstin Stiefel, in Koblenz. Derweil wurden ihren Angaben zufolge die Kontrollen bei Gemuese ausgeweitet. In vier Grossmaerkten in Rheinland-Pfalz wuerden Proben gezogen und im Labor in Koblenz untersucht. Alle bisher analysierten Lebensmittel seien ohne Beanstandung gewesen. (zu dapd-Text) Foto: Timur Emek/dapd
तस्वीर: dapd

लिंडरमान ने बताया कि उत्तरी जर्मनी के लुएनेबुर्ग में अंकुरित अनाज उगाने वाले एक खेत में बैक्टीरिया के संक्रमण का पता चला है. उन्होंने कहा, "यह महत्वपूर्ण है कि खेत में काम करने वाली दो महिलाओं को डायरिया हुआ है और उनमें से एक में ईएचईसी पाया गया है. यह इस बात की ओर इशारा करता है कि खेत संक्रमण के स्रोतों में से एक हो सकता है."

कई जगह पहुंचा अनाज

लिंडरमान ने बताया कि अंकुरित अनाज 37 डिग्री सेल्सियस पर पैदा होता है जो बैक्टीरिया के लिए आदर्श है. यह खेत बैक्टीरिया से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में से एक हैम्बर्ग से 80 किलोमीटर दक्षिण में बीनेनबुटेल नाम के एक छोटे से गांव में है.

लोअर सेक्सनी प्रांत के अधिकारियों ने कहा कि इस खेत से अंकुरों की सप्लाई हैम्बर्ग, श्लेसविग-होल्सटाइन, मेक्लेनबुर्ग-पोमेरानिया, हेसेन और लोअर सैक्सनी के रेस्टोरेंटों को हुई है. सोमवार को इस बारे में और परीक्षणों के नतीजे मिलने के बाद स्थिति और ज्यादा साफ हो पाएगी.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम

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