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उत्तर कोरिया के सेना प्रमुख की छुट्टी

१६ जुलाई २०१२

उत्तर कोरिया के सेना प्रमुख को उनकी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है. किम जोंग उन की सात महीने पुरानी शासन व्यवस्था में अहम भूमिका निभा रहे री योंग हो को अचानक हटाने के पीछे उनकी बीमारी को वजह बताया गया है.

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तस्वीर: AP

री योंग हो वर्तमान शासक किम जोंग उन के पिता के दौर से ही अहम जिम्मेदारी निभा रहे थे. सिर्फ सेना ही नहीं, शासन के दूसरे मामलों में भी उनकी अहम भूमिका थी. फिर अचानक ऐसा क्या हो गया कि उन्हें कार्यमुक्त कर दिया गया? हाल के महीनों में वे जब भी नजर आए, उनकी सेहत ठीक ही दिखी. आशंका जताई जा रही है कि नए शासक ने देश की शासन व्यवस्था पर अपनी पहचान कायम करने के लिए यह कदम उठाया है.

69 साल के री को सैनिक और राजनीतिक जिम्मेदारियों से मुक्त करने का फैसला सत्ताधारी पार्टी की बैठक में रविवार को लिया गया. यह खबर उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने दी है. फिलहाल यह नहीं बताया गया है कि री की जगह किसे लाया जा रहा है. इसके साथ ही री के भविष्य की स्थिति भी साफ नहीं की गई है.

Nordkorea Kim Jong-un
तस्वीर: Reuters

इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप से जुड़े उत्तर कोरियाई मामलों के जानकार डैनियल पिंकस्टन री की बीमारी के बारे में कही जा रही बातों से संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने यह भी बताया कि सितंबर 2010 में री के लिए कई बड़े प्रमोशन का एलान पार्टी के सम्मेलन में किया गया, लेकिन अप्रैल में जब देने की बारी आई तो कुछ दिया नहीं गया. इसके बाद से ही सेना प्रमुख के भविष्य पर सवाल उठने लगे थे. पिंकस्टन ने कहा है, "इस बात की बहुत संभावना है कि यह सेहत से जुड़ा मामला नहीं है बल्कि उन्हें निकाला गया है." पिंकस्टन के मुताबिक इसके जरिए यह संकेत देने की कोशिश की गई है कि नए शासक किम जोंग उन को चुनौती देने वाला चाहे कितना बड़ा ही क्यों न हो, उसे सहन नहीं किया जाएगा.

री वाइस मार्शल थे और कोरियन पीपुल्स आर्मी के प्रमुख. इस तरह से देश की सेना के लिए किम जोंग उन के बाद सबसे बड़ा पद उन्हीं का था. 2010 में री को कई अहम राजनीतिक पद दिए गए और उन्हें सेंट्रल मिलिट्री कमीशन ऑफ द वर्कर्स पार्टी के उप प्रमुख और पार्टी की प्रभावशाली पॉलिटिकल ब्यूरो का प्रमुख बनाया गया. इस तरह से उन्हें किम, उनके रिश्तेदार जेंग सॉन्ग थेक और दूसरे प्रभावशाली सदस्यों के साथ बराबर का राजनीतिक कद मिल गया.

Nordkorea Militärchef Ri Yong Ho
तस्वीर: AP

री किम जोंग उन के साथ तब से हैं जब युवा किम जोंग 2010 में अपने पिता के उत्तराधिकारी के रूप में उभरे. अहम मौकों पर किम जोंग उन और उनके पिता किम जोंग इल के बीच में उनकी मौजूदगी दिखती रही है. किम जोंग इल की मौत के बाद शोक समारोहों में भी वो लगातार सबसे करीबी लोगों में बने रहे. किम जोंग उन के शासक बनने के बाद वो उनके साथ सभी सैनिक यूनिटों के दौरे पर गए.

उत्तर कोरिया में सेना प्रमुख को उसके पद से हटाया जाना एक बड़ी घटना है. री किम जोंग उन के उस सपोर्ट ग्रुप की भी जिम्मेदारी संभाल रहे थे जिसमें सेना के वरिष्ठ कमांडर शामिल थे. किम जोंग उन ने मिलिट्री फर्स्ट की नीति को ही आगे बढ़ाने की बात की थी, लेकिन अप्रैल में उन्होंने कई युवा अधिकारियों को अचानक पार्टी पदों पर नियुक्त कर दिया जिनकी आर्थिक हालत बहुत अच्छी थी. कहा गया कि यह कदम देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए उठाया गया है.

दक्षिण कोरियाई राजधानी सियोल में एक निजी दक्षिण कोरियाई थिंक टैंक से जुड़े विश्लेषक होंग हुन इक का कहना है कि री की विदाई उनकी बीमारी से जुड़ी नहीं है बल्कि किम जोंग इसके जरिए अपने किसी विश्वासी के हाथ में नेतृत्व देना चाहते हैं. उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि आने वाले हफ्तों में कुछ और बुजुर्ग अधिकारी सेवा से हटाए जाएंगे. होंग इसे पीढ़ियों का बदलाव भी मानते हैं.

री 2009 से सेना प्रमुख की भूमिका निभा रहे थे. 2010 में उन्हें वाइस मार्शल बनाया गया और तब से लेकर अब तक कभी भी उनके बीमार होने के संकेत नहीं दिखे. अप्रैल में सेना के स्थापना की 80वीं सालगिरह के मौके पर बोलते वक्त भी उनकी बीमारी का कोई चिन्ह किसी को नहीं दिखा.

एनआर/एमजी (एपी, एएफपी)

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