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एजेंट ऑरेंज पर वियतनाम से सहयोग

२२ जुलाई २०१०

अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन वियतनाम की यात्रा पर हैं. उन्होंने वियतनाम युद्ध में ज़हरीले पदार्थ एजेंट ऑरेंज के इस्तेमाल के नतीजों पर वियतनाम के साथ सहयोग बढ़ाने का वादा किया है.

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हिलेरी क्लिंटनतस्वीर: AP

विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन एक क्षेत्रीय सुरक्षा सम्मेलन में भाग ले रही हैं. सम्मेलन के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका लगभग नौ साल से वियतनाम के साथ बातचीत कर रहा है, ताकि एजेंट ऑरेंज के परिणामों से निपटा जा सके. उन्होंने वादा किया कि वह इस क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगी, ताकि साथ मिलकर और अधिक प्रगति हासिल की जा सके.

वियतनाम युद्ध के दौरान 1965 से 1970 के बीच अमेरिका ने वियतनाम के देहाती व जंगली इलाकों में करोड़ों गैलन कीटनाशक एजेंट ऑरेंज बरसाये थे. दक्षिण वियतनाम के अलावा लाओस और कंबोडिया के सीमावर्ती जंगलों में भी ये जहरीले रसायन बरसाए गए थे, ताकि वहां किसी भी प्रकार की खेती न हो सके और जंगलों में छिपे वियतनामी छापामारों को बसर करने का मौक़ा न मिल सके.

एजेंट ऑरेंज में भारी मात्रा मे डायोक्सिन होता है, जिससे कैंसर होता है. वियतनामी विदेश मंत्रालय के अनुसार इनके बरसाने से 48 लाख नागरिकों की मौत हो गई थी या वे विकलांग हो गए थे. इसके अलावा ग्रस्त पांच लाख बच्चे आनुवंशिक बीमारियों के साथ पैदा हुए थे.

सन 2002 में वियतनाम और अमेरिका की ओर से इंसान और पर्यावरण पर एजेंट ऑरेंज के प्रभावों की जांच के लिए एक सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इसके बाद दोनों देशों के बीच वैज्ञानिक आंकड़ों का आदान प्रदान भी शुरू हुआ था. लेकिन जांच के प्रोटोकोल पर सहमति न होने से यह सहयोग रुक गया था. विशेषज्ञों के अनुसार वियतनाम में तीन पूर्व अमेरिकी अड्डे बुरी तरह एजेंट ऑरेंज से प्रदूषित हैं. लेकिन संयुक्त राष्ट्र के अनुसार इनको स्वच्छ बनाने का खर्च लगभग 6 करोड़ डालर के बराबर होगा.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ

संपादन: ए कुमार