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एयर इंडिया को 5000 करोड़ का राहत पैकेज

१५ अक्टूबर २००९

भारत सरकार ने घाटे में जा रही सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया को उबारने के लिये 5000 हज़ार करोड़ रुपये का पैकेज देने की घोषणा की है. एयर इंडिया इस साल ही सात हज़ार करोड़ रुपये के घाटे की आशंका है.

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आर्थिक संकट में एयर इंडियातस्वीर: dpa

भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने पत्रकारों को इस बारे में जानकारी दी. उनका कहना है कि आर्थिक मदद के बदले सरकार को भी एयर इंडिया से कई उम्मीदें है. पटेल ने महाराजा के नाम से मशहूर एयर इंडिया को सलाह दी कि वह ख़र्चों में तीन सौ करोड़ रुपये तक की कटौती करे और राजस्व में भी बढ़ोतरी करे. पटेल के मुताबिक अगर ऐसा किया गया तो महाराजा फिर से सेहतमंद होकर उड़ान भर सकेंगे.

बुधवार को नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि, "इस पैकेज के साथ सरकार ने एयर इंडिया को बचाने के प्रयासों में अपनी गंभीरता दिखा दी है.आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति को इस बारे में सूचना दी जा रही है और इसे तीन चार दिन में पेश कर दिया जाएगा."

यह पूछे जाने पर कि बेल आउट के लिए एयर इंडिया को कितनी राशि की ज़रूरत है प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि पांच हजा़र करोड़ रुपये की. एयर इंडिया के 14 अधिकारियों के साथ हुई बैठक को सकारात्मक बताते हुए पटेल ने कहा कि, "प्रबंधन और एयर इंडिया का कर्मचारी संघ साथ मिल कर काम करेंगे. प्रबंधन और संघ कंपनी का ख़र्चा कम करने के लिए लगातार बातचीत करेंगे. ख़र्चे में कमी का मतलब सिर्फ़ कर्मचारियों के ख़र्चे में कमी नहीं है बल्कि कई और ख़र्चे हैं."

पिछले महीने ही एयर इंडिया के पायलट उड़ान के दौरान मिलने वाले भत्तों में 50 फ़ीसदी की कटौती के विरोध में हड़ताल पर गए थे. ये 50 फ़ीसदी कटौती वरिष्ठ पायलटों, कर्मचारियों और इंजीनियरों की तनख़्वाह में की जानी थी. हालांकि एयर इंडिया को राहत पैकेज देने के बाद पटेल का कहना है कि प्रबंधन और पायलेटों में अब कोई मतभेद नहीं है.

एयर इंडिया के कर्मचारियों की तारीफ़ करते हुए नागरिक उड्ड्यन मंत्री ने यह भी कहा कि स्टाफ ने हालात सुधारने के लिए प्रतिबद्धता दिखाई है और उन्हें उम्मीद है कि एयर इंडिया का प्रबंधन भी गंभीरता दिखाएगा.

रिपोर्टः पीटीआई/आभा मोंढे

संपादनः ओ सिंह