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जर्मनी ने रिकॉर्ड संख्या में शरणार्थी डिपोर्ट किए

२१ जनवरी २०१९

जर्मनी ने पिछले साल रिकॉर्ड संख्या में शरणार्थियों को दूसरे यूरोपीय देशों में भेजा है. ऐसा ईयू के डबलिन III नियम के मुताबिक हुआ है जो कहता है कि शरणार्थियों के आवेदन की प्रक्रिया उसी देश में पूरी हो जहां वे सबसे पहले आए.

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Deutschland Landung Flughafen Frankfurt am Main
तस्वीर: picture-alliance/dpa/L. Faerberg

जर्मनी से प्रत्यर्पित किए गए शरणार्थियों में से ज्यादातर को इटली भेजा गया है. जर्मन अखबार ज्यूड डॉयचे साइटुंग को मिली जर्मन गृह मंत्रालय की रिपोर्ट कहती है कि इतने ज्यादा शरणार्थी पहले कभी डिपोर्ट नहीं किए गए जितने 2018 में किए गए हैं. यह रिपोर्ट जर्मनी की वामपंथी पार्टी की तरफ से पूछे गए सवाल के जवाब में तैयार की गई है.

वर्ष 2018 में जनवरी से लेकर नवंबर तक कुल 8,658 लोगों को जर्मनी से अन्य यूरोपीय देशों में भेजा गया जबकि 2017 में यह संख्या 7,102 थी. जर्मनी से अन्य यूरोपीय देशों में प्रत्यर्पित किए लोगों की संख्या में 2017 में 15.1 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई जो 2018 में बढ़ कर 24.5 प्रतिशत हो गई.

दर दर भटकते लोगों की दास्तान

यह प्रत्यर्पण यूरोपीय संघ के डबलिन III नियम के तहत हुए हैं, जो कहता है कि जिस भी यूरोपीय देश में शरणार्थी पहली बार दाखिल हुआ है, वहीं उसके आवेदन की प्रक्रिया पूरी होगी.

जर्मनी से प्रत्यर्पित किए गए लोगों में एक तिहाई इटली भेजे गए हैं जबकि हंगरी ने डिपोर्ट किए गए किसी भी शरणार्थी को स्वीकार नहीं किया है. ग्रीस ने सिर्फ पांच लोगों को लिया है और जर्मनी की तरफ से प्रत्यर्पण के ज्यादातर आग्रहों को ठुकरा दिया है. जर्मनी के गृह मंत्रालय का कहना है कि शरणार्थियों को स्वीकार ना करने के लिए दिए गए ग्रीस के कारण 'बेबुनियाद' हैं.

जर्मनी में जिन लोगों के शरण के आवेदन ठुकरा दिए गए हैं, ऐसे लोगों को जर्मन गृह मंत्री होर्स्ट जेहोफर प्रत्यर्पित कर देना चाहते हैं. जर्मन सरकार देश में बड़ी संख्या में आने वाले शरणार्थियों को नियंत्रित करना चाहती है. साथ ही शरण के आवेदनों से बेहतर तरीके से निपटने की कोशिश भी हो रही है. 

एके/आईबी (डीपीए, ईपीडी)

 

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