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पाकिस्तान में सिखों की सुरक्षा की अपील

२४ फ़रवरी २०१०

भारत के कई सिख संगठनों ने पाकिस्तान के सरहदी सूबे में दो सिखों की हत्या को लेकर चिंता जताई है और वहां के अल्पसंख्यक सिख समुदाय की सुरक्षा के लिए अपील की है.

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पाकिस्तान में सिखों की आबादी बेहद कम हैतस्वीर: AP

खालसा एक्शन समिति और दल खालसा के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायुक्त शाहिद मलिक से मुलाक़ात की और अपनी चिंता जताई. संगठनों के प्रवक्ता भाई मोकम सिंह और कंवर पाल सिंह ने पाकिस्तानी सरकार से लिखित तौर पर कहा है कि सरहदी सूबे में जसपाल सिंह की हत्या से उन्हें भारी सदमा पहुंचा है और तालिबान के ख़िलाफ कार्रवाई में वे पाकिस्तानी सरकार के साथ हैं.

पाकिस्तानी उच्चायुक्त को सौंपे गए पत्र के मुताबिक़,"सिख समुदाय बहुत समय से डर और पीड़ा में जी रहा है और हाल की हत्याओं से काफ़ी सहमा हुआ है. पाकिस्तान में सिखों की संख्या बहुत ही कम है और बाकी देशों के विपरीत देश (पाकिस्तान) के सरकारी ढ़ांचे में उनकी भूमिका और उपस्थिति न के बराबर है."

अपील में यह भी कहा गया है कि क़बायली इलाक़ों में सिखों और मुसलमानों के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं. कुछ बरसों पहले इलाक़े के समुदायों के बीच मेलमिलाप की कोशिशों का ज़िक्र करते हुए संगठनों ने अपील की है कि पाकिस्तानी सरकार हत्याओं के लिए ज़िम्मेदार लोगों के ख़िलाफ़ जल्द कड़ी कार्रवाई करे.

रविवार को पाकिस्तान के सरहदी सूबे में तालिबान ने दो सिखों की हत्या कर दी. कुछ एक महीने पहले तालिबान ने कुछ सिखों को अगवा कर लिया था क्योंकि वे तालिबान को ग़ैर मुसलमानों पर लगने वाला कर यानी जज़िया नहीं दे पाए. इन्हें छोड़ने के लिए करोड़ों रुपयों की फ़िरौती मांगी गई जिसके न मिलने पर दो सिखों के सिर कलम कर दिए गए.

रिपोर्टःपीटीआई/ एम गोपालकृष्णन

संपादनः ए कुमार