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बंगाल नाव दुर्घटना में 25 मरे, सौ से ज्यादा लापता

१ नवम्बर २०१०

पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24-परगना जिले के सुंदरबन इलाके की मूरीगंगा नदी में शनिवार को एक नाव डूबने के हादसे में मरने वालों की तादाद 25 तक पहुंच गई है. लेकिन अब भी सौ से ज्यादा लोग लापता हैं.

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तस्वीर: AP

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था सुरजीत करपुरकायस्थ ने कोलकाता में पत्रकारों को बताया कि खोजी अभियान में सात और शव बरामद हुए हैं.रविवार को मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य और केंद्रीय रेल मंत्री मंत्री ममता बनर्जी ने भी मौके का दौरा किया और इस हादसे में मरे लोगों के परिजनों से मुलाकात की. मौके का दौरा करने के बाद उन्होंने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख का मुआवजा देने का ऐलान किया.

पुरकायस्थ ने कहा कि कल डूबने से बचे तीन लोग आज पुलिस के पास तैरकर सुरक्षित पहुंच गए. हालांकि नौसेना के गोताखोर, तटरक्षक, कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के बचावकर्मी लापता 100 लोगों की तलाशी में अपना अभियान जारी रखे हुए है. राज्य के नागरिक सुरक्षा मंत्री श्रीकुमार मुखर्जी ने कहा, "हमारे पास पुष्ट जानकारी है कि नदी से रविवार को सात शव और बाहर निकाले गए हैं. मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 25 हो चुकी है."

नाव में सवार सभी यात्री पूर्व मेदिनीपुर जिले के हिजली शरीफ से दक्षिणी 24 परगना जिले में स्थित मुस्लिम धार्मिक स्थल के लिए जा रहे थे. घोड़ामोरा के नजदीक नाव शनिवार सुबह मुरीगंगा और बंगाल की खाड़ी के मिलने वाले जगह पर पलट गई थी. हादसे में तकरीबन 51 लोग सुरक्षित बचाए गए हैं. उनमें से 32 को काकद्वीप अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बचाए गए लोगों के मुताबिक नाव में करीब डेढ़ से ढाई सौ लोग सवार थे. फिलहाल 100 से ज्यादा लापता हैं.

Ministerpräsident des indischen Bundesstaates West Bengal Buddhadeb Bhattacharjee
बुद्धदेव भट्टाचार्यतस्वीर: UNI

तलाशी अभियान रविवार को फिर शुरू हुआ. शनिवार को अंधेरा होने के बाद बचाव कार्य रोक दिया गया था. घटनास्थल के पांच किलोमीटर के इलाके में कोस्ट गार्ड के हेलीकॉप्टर से पानी पर निगरानी रखी जा रही है. दक्षिण 24 परगना जिले के जिला मजिस्ट्रेट नारायण स्वरूप निगम ने रविवार को अंधेरा बढ़ने की वजह से अभियान बंद होने से पहले बताया, "उस इलाके में नदी का बहाव काफी तेज है. इससे गोताखोरों को काम करने में दिक्कतें आ रही हैं." उन्होंने कहा, "तटरक्षक, कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट और राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन दल तलाशी अभियान में लगे हुए हैं." तलाशी अभियान को अंजाम देने के लिए नौ सेना के पूर्वी कमान विशाखापट्टनम से आए पांच गोताखोरों की मदद ली जा रही है.

केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री मुकुल रॉय ने भी घटना स्थल का दौरा किया और कहा कि उनके विभाग के विशेष जहाज बचाव कार्यों में अहम भूमिका निभा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि त्रासदी से निपटने में राज्य सरकार पर्याप्त आपदा प्रबंधन व्यवस्था बहाल करने में असफल रही है.

मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य भी आज यहां पहुंचे और उन्होंने अधिकारियों से बचाव अभियान के बारे में जानकारी ली. वे बाद में काकद्वीप अस्पताल में भी गए. इससे पहले काकद्वीप के नाराज ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे पर वाहनों की आवाजाही रोक दी. उन्होंने मंत्री के काफिले को भी रोक दिया. वे कल आठ शव काकद्वीप अस्पताल में लाने की बजाए डायमंड हार्बर अस्पताल ले जाने का विरोध कर रहे हैं.

उन्होंने नागरिक सुरक्षा मंत्री श्रीकुमार मुखर्जी का काफिला भी रोक दिया. लेकिन शव वापस लाने का आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने वाहन को जाने दिया. मुखर्जी के अलावा सुंदरवन विकास मंत्री कांति गांगुली ने भी राहत कार्य का जायजा लिया.

रिपोर्ट: प्रभाकर, कोलकाता

संपादन: महेश झा