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भारत ऑस्ट्रेलिया की डील संभव

१६ अक्टूबर २०१२

ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड तीन दिन की भारत यात्रा पर हैं. वह इस दौरान भारत को ऊर्जा के लिए यूरेनियम बेचने के बारे में बातचीत करेगी. भारत ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए परमाणु ऊर्जा पर जोर दे रहा है.

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तस्वीर: AP

भारत को ऑस्ट्रेलिया से यूरेनियम मिलने की राह आसान होती दिख रही है. प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड दिल्ली में हैं और उन्होंने इस बात के संकेत दे दिए हैं कि भारत को ऊर्जा जरूरतों के लिए यूरेनियम बेचा जा सकता है.

गिलार्ड ने दिल्ली में कहा, "मुझे लगता है कि यूरेनियम पर हमारी बातचीत होगी. प्रधानमंत्री के तौर पर मुझे भारत को यूरेनियम बेचना सही लगा. और यह भी लगा कि हमारे रिश्तों में यह मुद्दा एक अड़चन बन गया था." उन्होंने साफ किया कि भारत के साथ यूरेनियम सौदे के बारे समझौता यह सुनिश्चित करने के बाद ही होगा कि इसे सुरक्षित हालात में शांतिपूर्ण प्रक्रिया के लिए इस्तेमाल किया जाएगा और यह समझौता अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी देखेगी.

गिलार्ड ने कहा, "परमाणु कार्यक्रम को सुरक्षित बनाना भारत के राष्ट्रीय हित में है और दुनिया मानती है कि यह सुरक्षित है."

Gedenkfeierlichkeiten 10. Jahrestag Terroranschlag Bali Julia Gillard
इंडोनेशिया से भारत की यात्रा पर आई जूलिया गिलार्डतस्वीर: REUTERS

भारत और अमेरिका के बीच परमाणु करार होने के बाद दुनिया भर के देशों ने अपने यूरेनियम बाजार भारत के लिए खोल दिए हैं. ऑस्ट्रेलिया की पिछली सरकार ने भी भारत को यूरेनियम बेचने की बात कही थी लेकिन बाद में सत्ताधारी लेबर पार्टी के अंदर इस बात पर सहमति नहीं बन पाई. भारत उन देशों में शामिल है, जिन्होंने परमाणु निरस्त्रीकरण संधि एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं किया है. लेबर पार्टी के नियमों के तहत एनपीटी से बाहर के देशों को यूरेनियम बेचने की मनाही थी. पर प्रधानमंत्री बनने के बाद पिछले साल जूलिया गिलार्ड ने भारत के पक्ष में फैसला किया था. ऑस्ट्रेलिया दुनिया के प्रमुख यूरेनियम उत्पादक देशों में है.

तीन दिन की दिल्ली यात्रा के दौरान ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री जुलिया गिलार्ड व्यावसायिक नेताओं से मिलेंगी और नई दिल्ली में एक शिक्षा से जुड़े प्रोजेक्ट को देखने जाएंगी. बुधवार को उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से होनी है.

ऑस्ट्रेलिया के लिए तेजी से आगे बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था एक अहम व्यावसायिक साझीदार है. 2009 में दोनों देशों ने तय किया कि वह आपसी संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में बदलेंगे. ऑस्ट्रेलिया पहले से चीन, जापान, ताइवान और अमेरिका को परमाणु ईंधन देता है.

भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि दोनों पक्ष संभावित असैनिक परमाणु समझौते पर बातचीत करेंगे. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बातचीत के मुद्दों में व्यावसायिक और व्यापारिक संबंधों को बढ़ाना भी होगा.

एएम/एजेए (एएफपी, डीपीए)