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भुल्लर को फांसी से बचाएं पीएम: अकाली दल

२९ मई २०११

शिरोमणि अकाली दल ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से देवेंद्र पाल सिंह भुल्लर को फांसी से बचाने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया. आतंकी हमले की साजिश के दोषी भुल्लर की रहम याचिका को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने खारिज किया.

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तस्वीर: AP

पंजाब में सत्तारुढ पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने अपने बयान में कहा, "मानवीय आधार पर भुल्लर की जान बख्शने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सीधे हस्तक्षेप की जरूरत है. इससे देश हित भी जुड़ा है. प्रधानमंत्री को इस मामले में आगे बढ़कर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि न्याय, कानून का ख्याल रखते हुए राजनीतिक सूझबूझ का परिचय देना चाहिए."

अकाली दल के मुताबिक फांसी की सजा माफ किए जाने से सिखों और केंद्र के बीच संदेह, तनाव और अलगाव का वातावरण दूर करने में मदद मिलेगी. पार्टी के कर्ताधर्ता प्रकाश सिंह बादल और अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की ओर से यह बयान जारी किया गया है. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी भुल्लर की सजा को फांसी से उम्र कैद में बदलने की मांग की है.

अमरिंदर के मुताबिक एक व्यक्ति को मारने से समस्या खत्म नहीं हो जाती. पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. अमरिंदर ने कहा है कि इस मुद्दे पर वह अपनी निजी राय दे रहे हैं और इसे पार्टी की राय नहीं समझा जाना चाहिए. अमरिंदर का कहना है कि इसमें कोई शक नहीं कि भुल्लर ने अपराध किया है और वह दस साल जेल की सजा काट चुका है. अब उसे उम्र भर जेल में रखे जाना चाहिए.

खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के सदस्य देवेंद्र पाल सिंह भुल्लर की रहम याचिका को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने कुछ ही दिन पहले खारिज किया है. 1993 में युवा कांग्रेस के प्रमुख एमएस बिट्टा और 1991 में पंजाब के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सुमेध सिंह के खिलाफ आतंकी हमले की साजिश रचने में दोषी पाया गया और अदालत ने 2001 में उन्हें फांसी की सजा सुनाई. संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु की रहम याचिका राष्ट्रपति के पास है और उस पर फैसले में देरी का आरोप लगाते हुए बीजेपी जल्द फांसी दिए जाने की मांग करती रही है. अब भुल्लर की फांसी की सजा और प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग पर नई बहस शुरू हो सकती है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: उभ