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भ्रष्टाचार में फंसे फॉर्मूला वन मालिक

२६ सितम्बर २०१२

बैर्नी एकेल्स्टन ने फॉर्मूला वन को भले ही दुनिया भर में प्रमुख ब्रांड बना दिया हो, लेकिन अब भ्रष्टाचार के मामले में फंसते दिख रहे हैं. बवेरियाई बैंक बायर्न एलबी के पूर्व डायरेक्टर ने अपने बयान से उन्हें दबाव में डाला.

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तस्वीर: dapd

बैंकर गेरहार्ड ग्रिबकोव्स्की ने म्यूनिख के जांच अधिकारियों को बताया है कि एकेल्स्टन ने एक बार उनके सरकारी कर्मचारी होने की हैसियत पर मजाक उड़ाया था. जर्मन मीडिया के अनुसार सरकारी वकील कार्यालय इसकी व्याख्या इस रूप में कर सकता है कि फॉर्मूला वन के बॉस को पता था कि ग्रिबकोव्स्की एक सरकारी अधिकारी थे जिन्हें उनसे धन लेने का अधिकार नहीं था. इसके साथ एकेल्स्टन पर रिश्वत देने के आरोप में मुकदमा चलाया जा सकता है.

मामला थोड़ा पुराना है. म्यूनिख का अभियोक्ता कार्यालय 2011 से फॉर्मूला वन के मुखिया के खिलाफ जांच कर रहा है और अब तक उसने यह बताने से इनकार किया है कि मुकदमा चलाने का फैसला कब लिया जाएगा. लेकिन एकेल्स्टन पर शिकंजा कसता जा रहा है. ग्रिबकोव्स्की को म्यूनिख की अदालत ने इस साल जून में रिश्वत लेने के आरोप में साढ़े 8 साल की कैद की सजा सुनाई थी.

बायर्न एसबी के पूर्व बोर्ड सदस्य ग्रिबकोव्स्की ने अदालत के सामने यह कबूल कर लिया था कि एकेल्स्टन को बैंक के शेयर बेचने के बदले उन्होंने फॉर्मूला वन प्रमुख से 4.4 करोड़ डॉलर रिश्वत लिए थे. एकेल्स्टन इस बात से इनकार कर रहे हैं कि वे बैंकर को रिश्वत देना चाहते थे. वे खुद को ब्लैकमेलिंग का शिकार मानते हैं, लेकिन जांच अधिकारियों ने अपनी फाइल बंद नहीं की है.

म्यूनिख के अभियोक्ता कार्यालय के सीनियर सरकारी वकील टोमास श्टाइनक्राउस-कॉख ने अब तक की जांच के नतीजे एकेल्स्टन को भेज दिए हैं और उन्हें उस पर अपनी प्रतिक्रिया देने को कहा है. लेकिन अब तक बचाव पक्ष का कोई जवाब नहीं आया है.

एमजे/एजेए (डीपीए, एएफपी)

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