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मनमोहन के बयान से मदद नहीं मिलेगी: पाक

१३ अगस्त २०१०

भारत प्रशासित कश्मीर में तनाव और हिंसक प्रदर्शनों पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्वायत्तता देने पर विचार करने संबंधी बयान दिया. लेकिन उनका यह बयान पाकिस्तान के गले नहीं उतरा. पाक ने कहा, इससे मदद नहीं मिलेगी.

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तस्वीर: picture-alliance/Bildfunk

पाकिस्तान ने फिर कश्मीरियों को आत्मनिर्णय का अधिकार देने की मांग दोहराई है. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल बासित ने कहा, "पहले यह मानना और कहने की हिम्मत जुटाना अहम है कि जम्मू कश्मीर एक मसला है और उसे हल किया जाना जरूरी है. यह तब तक हल नहीं किया जा सकता जब इसका सही समाधान नहीं ढूंढ लिया जाता." इससे पहले भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि भारतीय संविधान के दायरे में वह जम्मू कश्मीर को स्वायत्ता देने पर विचार कर सकते हैं.

कश्मीर के मुद्दे पर दिल्ली में मंगलवार को सर्वदलीय बैठक के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने यह बयान दिया और उसके बाद पहली बार पाकिस्तान की ओर से कोई प्रतिक्रिया आई है. अब्दुल बासित ने कहा, "हम जानते हैं कि जम्मू कश्मीर में समस्या आत्मनिर्णय के अधिकार से जुड़ी है. जब तक भारत इस बात को मानकर आगे नहीं बढ़ता हमें संदेह है कि कश्मीर मुद्दा सुलझ पाएगा."

पूर्व विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर ने हाल ही में बयान दिया कि पाकिस्तान जम्मू कश्मीर में ऐसी छवि बनाना चाहता है जैसे राज्य में मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा हो. इस पर बासित ने जवाब दिया कि कश्मीर के लोग आत्मनिर्णय के अधिकार को पाने के लिए अपने बूते संघर्ष कर रहे हैं. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि शशि थरूर चीजों को बेहद आसान ढंग से पेश करने की कोशिश कर रहे हैं. बासित के मुताबिक भारत को यह समझना चाहिए कि कश्मीर के मुद्दे को कश्मीरियों की राय के हिसाब से ही हल होना चाहिए.

पाकिस्तान का कहना है कि वह जम्मू कश्मीर की जनता को नैतिक और कूटनीतिक समर्थन देना जारी रखेगा ताकि उनकी आकांक्षाओं को पूरा किया जा सके. जम्मू कश्मीर में आतंक का निर्यात करने वाले भारत के बयान को अब्दुल बासित ने बकवास बताया. उनके मुताबिक पाकिस्तान अपनी जमीन को आतंकी गतिविधियों के लिए कभी इस्तेमाल नहीं होने देगा और वह दूसरों से भी इसी वादे की अपेक्षा रखते हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: वी कुमार