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माओवादियों से ममता की खुली साठगांठ हैः बुद्धदेव

२९ दिसम्बर २०१०

पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदंबरम के पत्र के जवाब में कहा है कि नक्सलियों से तृणमूल कांग्रेस के रिश्ते किसी से छिपे नहीं है. अब तो खुद तृणमूल भी इन्हें नहीं छिपाती.

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गृह मंत्री को भेजा जवाबतस्वीर: DW

बुद्धदेव ने पत्र में इस्तेमाल एक शब्द पर भी कड़ा एतराज जताया है. गृह मंत्री को भेजे जबाव में उन्होंने बेहद कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया है. मुख्यमंत्री के पत्र की एक कॉपी कोलकाता में मीडिया को भी दी गई. इसके मुताबिक, "मैं आपके पत्र में सीपीएम कार्यकर्ताओं के लिए भाड़े के कातिल शब्द के इस्तेमाल पर कड़ी आपत्ति जताता हूं. आपने इस शब्द का अर्थ जाने बिना इसका इस्तेमाल किया जिसे तृणमूल ने गढ़ा है."

माओवादियों के साथ रेल मंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस की साठगांठ का जिक्र करते हुए बुद्धदेव कहते हैं, "तृणमूल कांग्रेस पहले माओवादियों से अपने संपर्कों को छिपाया करती थी. लेकिन अब वे खुले तौर पर उनके साथ बैठकों का आयोजन करते हैं." मुख्यमंत्री कहते हैं कि माओवादी राज्य के तीन जिलों में 28 थाना क्षेत्रों में सक्रिय हैं. पत्र के मुताबिक वे राजनीतिक विरोधियों की हत्या कर रहे हैं, हथियार लूट रहे हैं और धन की वसूली कर रहे हैं.

बुद्धदेव ने माओवादियों के खिलाफ साझा बलों के अभियान की कामयाबी का जिक्र भी किया है. उन्होंने कहा कि माओवादी देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं. वह लिखते हैं, "केंद्रीय और राज्य बलों को बड़ी कामयाबी मिली है. जिंदगी पटरी पर लौट रही है और जिन लोगों को बेघर कर दिया गया वे अपने घरों को लौट रहे हैं."

मुख्यमंत्री ने चिदंबरम के पत्र में दिए आंकड़ों को सुधारने की कोशिश भी की. वह कहते हैं कि राजनीतिक झड़पों में 69 सीपीएम कार्यकर्ता मारे गए हैं और 723 घायल हुए. वहीं तृणमूल कांग्रेस के 32 कार्यकर्ता मारे गए और 601 घायल हुए. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस बेकार की हिंसा को रोकना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हिंसा रोकने के लिए बार बार की गईं अपीलों के बावजूद तृणमूल कांग्रेस ने कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया है और वह प्रशासन से बात करने को तैयार नहीं है जबकि दूसरी पार्टियां पूरी तरह सहयोग कर रही हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ए कुमार

संपादन: ए जमाल

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