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वाईएसआर के बेटे ने दिया टीडीपी का साथ

१५ दिसम्बर २००९

अलग तेलंगाना राज्य बनाने के विरोध में आंध्र प्रदेश के तटवर्ती जिलों और रायलसीमा अंचल में विरोध प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहे. उधर इस मुद्दे पर लोकसभा में कांग्रेसी सांसद जगनमोहन रेड्डी ने टीडीपी का साथ दिया.

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तेलंगाना के मुद्दे पर बंटे कांग्रेसी सांसदतस्वीर: UNI

हैदराबाद में तेलुगु देशम पार्टी के 37 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष किरणकुमार रेड्डी से मिलकर आग्रह किया कि उनके इस्तीफे मंज़ूर कर लिए जाएं. विधानसभा से कांग्रेस, टीडीपी और प्रजाराज्यम के 135 विधायक इस्तीफ़ा दे चुके हैं. माना जा रहा है कि अब इनकी कोशिश राज्य में मध्यावधि चुनाव की स्थिति पैदा करने की है. उधर अनंतपुर में श्रीकृष्णदेवराय विश्वविद्यालय के छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया. अलग तेलंगाना बनाने के विरोध में विजयवाड़ा में कांग्रेसी सांसद एल. राजगोपाल फिर अनशन पर बैठ गए.

मंगलवार को लोकसभा में टीडीपी के सांसदों ने तेलंगाना के विरोध में नारेबाजी की. इस कारण सदन को कुछ समय के लिए स्थगित भी करना पड़ा. दिलचस्प बात यह रही कि टीडीपी सांसदों के समर्थन में कांग्रेस सांसद जगनमोहन रेड्डी भी उठ खड़े हुए. वह आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री याई.एस. राजशेखर रेड्डी के पुत्र हैं. उनकी इस हरकत से क्षुब्ध होकर तेलंगाना के कांग्रेस सांसदों ने पार्टी की अनुशासन समिति के अध्यक्ष रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी से मिलकर शिकायत की. कांग्रेस सांसद टी. प्रभाकर ने कहा कि जगनमोहन रेड्डी के ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए. उधर जगन्मोहन रेड्डी ने स्पष्ट किया कि वह आंध्र प्रदेश के विभाजन के पक्ष में नहीं हैं.

बीजेपी के वरिष्ठ नेता एम. वेंकैया नायडू ने केंद्र सरकार से मांग की कि वह संसद को स्पष्ट रूप से बताए कि तेलंगाना के निर्माण और आंध्र प्रदेश में शान्ति बहाल करने के लिए वह क्या करने जा रही है. नायडू ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बिना अपने विधायकों, मंत्रियों, मुख्यमंत्री और सांसदों को विश्वास में लिए ही तेलंगाना बनाने का फैसला ले लिया.

केंद्र सरकार भी अब स्थिति की गंभीरता को समझ रही है. मंगलवार शाम नई दिल्ली में राजनीतिक मामलों की केबिनेट समिति की बैठक हो रही है जिसमें आंध्र प्रदेश की स्थिति पर विचार किया जाएगा.

रिपोर्टः कुलदीप कुमार, नई दिल्ली

संपादनः ए कुमार