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विश्व कप की मेज़बानी का झमेला सुलझा

२७ अगस्त २००९

पाकिस्तान के वर्ल्ड कप 2011 की मेज़बानी को लेकर चला आ रहा झगड़ा सुलझ गया है. पाकिस्तान बोर्ड और आईसीसी में समझौता हो गया. श्रीलंका टीम पर आत्मघाती हमले और सुरक्षा की वजह से पाकिस्तान में वर्ल्ड कप मैच नहीं होंगे.

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लाहौर में हुआ था धमाकातस्वीर: AP

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल आईसीसी और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने गुरुवार को मिल जुल कर इस मसले को हल कर लिया. इसके साथ ही वर्ल्ड कप के आयोजन में आ रही अड़चनें भी दूर हो गईं. दोनों पक्षों में जो समझौता हुआ है, उस पर जल्द ही दस्तख़त कर दिए जाएंगे.

समझौते के मुताबिक़ पाकिस्तान को मैचों की मेज़बानी करने पर जो राशि मिलती, वह उसे मिलेगी और इसके अलावा मैच न होने की वजह से हुए नुक़सान की भरपाई के लिए उसे मुआवज़े के तौर पर मोटी राशि दी जाएगी. इसके बदले में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पीसीबी ने कहा कि वह आईसीसी के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई नहीं करेगा. दुबई में पाकिस्तान बोर्ड के एजाज़ बट और आईसीसी के डेविड मॉर्गन के बीच बैठक हुई, जिसके बाद यह फ़ैसला हुआ. समझौते के मुताबिक़ पीसीबी के ऊपर वर्ल्ड कप मैचों के आयोजन और इसके लिए तैयारी की कोई ज़िम्मेदारी नहीं होगी.

समझौते के बाद मॉर्गन ने एक बयान जारी कर कहा, "यह समझौता विश्व क्रिकेट के लिए अच्छा है और इससे आईसीसी 2011 वर्ल्ड कप के लिए बेहतर प्लेटफ़ॉर्म तैयार हो सकता है. इसके साथ ही लंबे वक्त से चला आ रहा एक विवाद भी ख़त्म हो गया है."

मॉर्गन ने कहा, "मैं बहुत ख़ुश हूं कि हम लोग एक समझौते पर राज़ी हो गए और मुझे लगता है कि यह पीसीबी और आईसीसी दोनों के लिए एक मान्य फ़ैसला रहा." मॉर्गन ने पाकिस्तान से वादा है कि वहां सुरक्षा स्थिति बेहतर होते ही वहां फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट होगा.

Younis Khan Kapitän der pakistanischen Cricket Nationalmannschaft
पाक क्रिकेट टीम के कप्तान यूनुस ख़ानतस्वीर: AP

आईसीसी ने अप्रैल में पाकिस्तान से वर्ल्ड कप की मेज़बानी छीन ली थी. सुरक्षा कारणों से वहां आयोजित होने वाले सभी 14 मैचों को वहां नहीं कराने का फ़ैसला किया गया था. इससे ठीक पहले लाहौर में श्रीलंका की राष्ट्रीय क्रिकेट पर जानलेवा हमला हुआ था, जिसके बाद श्रीलंका की टीम दौरा बीच में ही छोड़ कर लौट गई थी.

मॉर्गन का कहना है, "जब पाकिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था संतोषजनक हो जाएगी, आईसीसी और इसके विशेष सुरक्षा सलाहकार अपनी राय दे देंगे, तब पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट लौट आएगा." पीसीबी प्रमुख बट ने भी आईसीसी के साथ हुई बातचीत पर संतोष जताया.

उन्होंने कहा, "हमारी पहली प्राथमिकता यह है कि पाकिस्तान में क्रिकेट को नुक़सान न पहुंचे और मैं समझता हूं कि यह समझौता खेल के लिए सबसे अच्छा है."

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः एस जोशी