1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

सेहत और स्वाद अब साथ-साथ

२७ नवम्बर २००९

पिछले कुछ सालों में जर्मनी के लोगों में नई फूड हैबिट देखने को मिल रही है. पहले की तरह रेस्तरां में आज भी लोगों की पहली पसंद तो चटपटे फास्टफूड ही हैं लेकिन अब अपने जीवन में वे हेल्दी फूड को ज्यादा महत्व दे रहे हैं.

https://p.dw.com/p/KjhY
विदेशी खाना जर्मनी में काफी लोकप्रिय बन गया है.तस्वीर: AP

हेल्थी फूड की तर्ज पर बॉन में लोगों को फ्रेश फिश सुशी, टूना और साइमन फिश से बने डिश बेहद पसंद आ रहे हैं. जापान की पारंपरिक फुड की खासियत बताती हुई सुशीबार रेस्तरां की कस्टमर बिगिटा कहती हैं.

"मुझे ताज़ी मछलियां खाना बहुत पसंद हैं. इसलिए मैं यहां आती हूं . चिकन या मीट में फैट होता है लेकिन मछली में प्रोटीन है यह हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा है. फास्ट फूड में चिंकन विंग्स और बर्गर से आपका पेट तो भर जाता है लेकिन आपके शरीर को कोई पोषण नहीं मिलता है"

कोलोन के मार्केट रिसर्च इंस्टीच्यूट राइनगोल्ड ने यूरोप और अमेरिका में लोगों के बदलते फूड हैबिट को लेकर शोध किया. शोध के नतीजे पाया गया कि लोगों को ऐसा फूड ज्यादा पसंद आता है जिसमें लो फैट और लो कोलेस्ट्राल तो हों लेकिन स्वाद में वो मज़ेदार हो. फूड कंपनियों ने भी अपने ग्राहक की नब्ज़ को पहचानते हुए बाज़ार में इन दिनों ऐसे प्रोडक्टस उतारे हैं. पिछले महीने कोलोन में आयोजित इंटरनेशनल फूड शो अनुगा में कंपनियों ने लो फैट,लो शुगर और कोलेस्ट्राल फ्री प्रोडक्ट लेकर आए जो लोगों को बेहद पसंद आया.

अपने स्वास्थ्य को लेकर जर्मन युवा बेहद सजग हो रहे हैं. इक्कीस साल की जुलिना का कहना है

"मुझे हेल्दी फुड पसंद है.फ्रेश वेजिटेबल का स्वाद मुझे अच्छा लगता है. फास्टफुड और फैटी चीज फुड टेस्टी तो होते हैं लेकिन हमेशा इसे खाना मुझे पसंद नहीं है. हमें बैलेंस फुड ही लेना चाहिए".

जर्मनी में म्यूनिक के पास स्थित फ्राउनहाफर इंस्टीच्यूट ने लो कैलोरी वाले नए सोसेज सुपरमार्केट में उतारे हैं. इन सोसेज में कैलोरी का प्रतिशत दूसरे सामान्य सोसेज की तुलना में 60 से 70 प्रतिशत तक कम है. हालांकि इनकी कीमत सामान्य सोसेज की तुलना में ज्यादा है. स्वाद और दिखने में ये बाज़ार में मिलने वाले दूसरे सोसेज की तरह ही स्वादिष्ट है. देखा जाए तो न्यूट्रिशियस फूड लोगों को तभी पसंद आते हैं जब उनका स्वाद भी लोगों को आकर्षित करे. बॉन में इंडो-चायना रेस्टोरेंट के शेफ फ्रैंक कस्टमर की पसंद बताते हुए कहते हैं

"लोगों को लो फैट फूड पसंद है. इसलिए अलग अलग देशों का खाना लोगों को अच्छा लगता हैं. हमारे रेस्तरां में वकत्युम्यूजर क्लासिक एशियन फुड बेहद पसंद किया जाता है क्योंकि जिस तरीके और मसाले के साथ उसे बनाया जाता है उसमें इसके विटामिन्स खत्म नहीं होते. जाहिर है लोग हेल्दी रहने के लिए ऐसे फुड आर्डर करते हैं"

युवाओं में मंगोलियन खाने के बारे में भी लोगों की दिलचस्पी बढ़ रही है. क्योंकि यहां लोग अपनी मनपसंद चीज़ें चुनते हैं और फिर शेफ को देते हैं कि उनका खाना उन्हीं चीजों से तैयार किया जाए. इसमें सब्जियां, मीट और दूसरे सोसेज़ भी होते हैं. बॉन के मंगोलिश्च ग्रील बुफे में हर शाम लोगों की भीड़ देखने को मिलती है.

राइनगोल्ड रिसर्च कहती है कि तेज़ रफ़्तार ज़िंदगी के साथ साथ क़दम से क़दम मिलाने के लिए ज़रूरी है कि आप सेहतमंद रहें और उसके लिए ज़रूरी है हेल्दी खाना. तो ज़नाब जरूरी यह है कि आप क्या खाते हैं, ये नहीं कि आप कैसे खाते हैं.

रिपोर्ट - एजेंसियां/सरिता झा

संपादन- अशोक कुमार