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समाज

दूसरे धर्मों के प्रति काफी सहिष्णुता है अफ्रीका में

केट हेयरसाइन
१५ मार्च २०२४

उप-सहारा अफ्रीका के ज्यादातर हिस्सों में मुसलमानों और ईसाइयों की धार्मिक सहिष्णुता का एक लंबा इतिहास रहा है. खासकर सिएरा लियोन इस मामले में एक सकारात्मक उदाहरण पेश करता है.

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अफ्रीका
2020 में अफ्रीका में करीब 65 करोड़ ईसाई और 33 करोड़ मुसलमान थेतस्वीर: Fred de Noyelle/Godong/picture alliance

सिएरा लियोन की राजधानी फ्रीटाउन में रहने वाले मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति मुर्तला मोहम्मद कामारा कहते हैं, "सिएरा लियोन में, रमजान के दौरान मुसलमानों के बीच भोजन साझा करने की प्रथा केवल मुसलमानों तक ही सीमित नहीं है. रमजान के दौरान ईसाई अपने मुसलमान दोस्तों और परिवार के सदस्यों को भी भोजन उपलब्ध कराते हैं.”

दुनिया भर के मुसलमानों में उपवास, प्रार्थना और आत्मनिरीक्षण के महीने के रूप में मनाया जाने वाला रमजान सोमवार को सिएरा लियोन में शुरू हुआ.

सिएरा लियोन में करीब 77 फीसद लोग मुसलमान और 22 फीसद लोग ईसाई हैं. 1991-2002 के दौरान चलने वाले लंबे गृहयुद्ध के बावजूद दोनों धर्मों का शांतिपूर्ण सहअस्तित्व का इतिहास रहा है. पश्चिम अफ्रीका के इस देश में लंबे समय तक चले इस गृहयुद्ध में माना जाता है कि करीब पचास हजार लोगों की जान गई.

सिएरा लियोन
कई दूसरे अफ्रीकी देशों के मुकाबले सिएरा लियोन में धार्मिक भेदभाव कम हैतस्वीर: Seth/Xinhuapicture alliance

डीडब्ल्यू से बातचीत में एक पादरी की पत्नी मरियामा बिंटा कॉल्कर कहती हैं, "जब बात धर्म की आती है तो सिएरा लियोन इस मामले में अद्वितीय है. हम मानते हैं कि ईसाइयों और मुसलमानों में कोई मतभेद नहीं है. जो सबसे महत्वपूर्ण चीज है, वह है हमारा दिल.”

सिएरा लियोन की गहरी धार्मिक सहिष्णुता

कॉल्कर के दावे का समर्थन इस क्षेत्र में किए गए कई अध्ययन भी करते हैं. जैसे, हैम्बर्ग स्थित जर्मन इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल एंड एरिया स्टडीज (जीआईजीए) द्वारा साल 2022 में फ्रीटाउन में कराया गया सर्वेक्षण.

इस अध्ययन में काम करने वाली डॉक्टरेट शोधकर्ता जूलिया कोब्रिच कहती हैं कि इसमें उन्होंने पाया कि फ्रीटाउन के निवासियों के अन्य धर्मों के लोगों के साथ कई ‘घनिष्ठ सामाजिक बंधन' थे जो कि ‘काफी असाधारण' हैं.

वो कहती हैं, "लोग अंतर-धार्मिक परिवारों में रहते हैं जहां शायद पिता और मां अलग-अलग धर्मों का पालन करते हैं. उनके विभिन्न धर्मों के दोस्त होते हैं, क्योंकि अक्सर वे एक ही स्कूल में पढ़ते थे और वहां दोस्त बनाते थे लेकिन अन्य जगहों पर भी बहुत सारे लोग अंतरधार्मिक मिश्रण वाले हैं.”

कोब्रिच कहती हैं कि सिएरा लियोन के लोग विभिन्न धर्मों के लोगों के प्रति बहुत सम्मान दिखाते हैं, दोनों ही मामलों में यानी उनके प्रति व्यवहार के मामले में और उनके बारे में किस तरह की बात करते हैं. डीडब्ल्यू से बातचीत में वो कहती हैं, "वे यह दिखाते हैं कि वे अन्य धर्मों के लोगों को समान रूप से देखते हैं.”

बाइलर अमिद शाहिद कामारा भी एक मुस्लिम हैं और फ्रीटाउन में रहते हैं. हालांकि मुर्तला कामारा से उनका कोई संबंध नहीं है. वो कहते हैं कि वे विभिन्न धर्मों के लिए सिएरा लियोन का खुलेपन का एक बड़ा उदाहरण है.

अफ्रीका
उप-सहारा अफ्रीका के कई देशों में काफी धार्मिक सहिष्णुता देखने को मिलती हैतस्वीर: Pond5 Images/IMAGO

डीडब्ल्यू से बातचीत में वो कहते हैं, "मैंने हाल ही में एक ईसाई महिला से शादी की है और मैं उसे अपने धर्म में आने के लिए किसी भी तरह से मजबूर नहीं कर रहा हूं. मेरे भाई-बहन ईसाई हैं और मेरे कई दोस्त भी ईसाई हैं. मेरे जन्म के बाद से काफी लंबे समय से ऐसा ही हो रहा है. हम वास्तव में बहुत शांतिपूर्ण तरीके से एक साथ रहते हैं... हमारे बीच दुश्मनी जैसी कोई बात नहीं है.”

मुस्लिम-बहुल देश सिएरा लियोन में मतदाताओं ने पिछले साल एक ईसाई राष्ट्रपति जूलियस माडा बायो को दोबारा चुना है जिनकी पत्नी फातिमा माडा बायो एक मुस्लिम हैं.

एक धार्मिक और रूढ़िवादी देश

सिएरा लियोन की तरह ही उप-सहारा अफ्रीका के कई दूसरे देशों में उच्च स्तर की धार्मिक सहिष्णुता है. हालांकि यह एक अत्यंत धार्मिक और धार्मिक रूप से रूढ़िवादी महाद्वीप की अपेक्षाओं के विपरीत है.

साल 2020 में हुए एफ्रोबैरोमीटर सर्वेक्षण के मुताबिक, अफ्रीका दुनिया में सबसे ज्यादा धार्मिक स्थलों में से एक है जहां 95 फीसद लोग किसी न किसी धर्म को मानने वाले हैं. इस महाद्वीप की आधे से ज्यादा यानी करीब 56 फीसद आबादी ईसाई है और करीब एक तिहाई यानी 34 फीसद मुस्लिम है.

दोनों ही धर्म मोटे तौर पर भौगोलिक आधार पर फैले हुए हैं. महाद्वीप के दक्षिण में खासतौर पर ईसाई और उत्तर में मुस्लिम हैं. इसी तरह का फैलाव पश्चिम में गिनी, सिएरा लियोन और लाइबेरिया से लेकर पूर्व में इथियोपिया और इरिट्रिया तक फैले कई देशों में मिलता है. इनमें कुछ देश ऐसे हैं जहां मुस्लिम बहुतायत में हैं जबकि अन्य देशों में ईसाई बहुतायत में हैं.

फ्रीटाउन
फ्रीटाउन में रमजान के दौरान मस्जिद में नमाज पढ़ते लोगतस्वीर: Carmen Abd Ali/AFP/Getty Images

अफ्रीकी ज़्यादातर सामाजिक रूप से रूढ़िवादी हैं, चाहे वे ईसाई हों या फिर मुस्लिम. और मुख्य रूप से शादी से पहले सेक्स, समलैंगिक व्यवहार और गर्भपात के विरोधी होते हैं.

धार्मिक सौहार्द की मजबूत संस्कृति

इसके बावजूद, कई अफ्रीकी देशों में धार्मिक सहिष्णुता की गहरी जड़ें हैं. एफ्रोबैरोमीटर सर्वेक्षण के अनुसार, यदि उनसे पूछा जाए कि उनके पड़ोस में किसी दूसरे धर्म के लोग रहते हों तो उन्हें कैसा लगेगा.

ऐसे में औसतन 10 में से करीब 9 या 87 फीसद लोगों का जवाब होगा, ‘बहुत अच्छा लगेगा', ‘कुछ हद तक अच्छा लगेगा', या फिर यह जवाब होगा कि वो इसकी ‘परवाह नहीं करेंगे'.

सर्वेक्षण में शामिल 34 देशों में, आइवरी कोस्ट और गैबॉन में 98 फीसद लोगों के साथ सबसे ज्यादा सहनशीलता थी, सिएरा लियोन इस मामले में 94 फीसद के साथ दूसरे नंबर पर था. सूडान में सहनशीलता वालों की संख्या 65 फीसद थी जबकि नाइजर में सबसे कम करीब 56 फीसद थी.

दुनिया के 47 मुस्लिम-बहुल देशों में से केवल 11 देश धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार की रक्षा करते हैं, जिनमें से आठ देश अफ्रीका में पाए जाते हैं और इनमें सेनेगल, गाम्बिया और सिएरा लियोन भी शामिल हैं.

राजनीति विज्ञान के विशेषज्ञ डैनियल फिल्पोट अपनी मशहूर पुस्तक 'रिलीजियस फ्रीडम इन इस्लाम' में एक जगह लिखते हैं, "यहां पूरे क्षेत्र में अंतरधार्मिक सद्भाव की संस्कृति है जो दुनिया में असामान्य है.”

हालांकि, यह सद्भाव अफ्रीका के कुछ हिस्सों जैसे नाइजीरिया, माली, गाम्बिया और बुर्किना फासो जैसे देशों में खतरे में है. खतरों में धार्मिक हिंसा में तेज वृद्धि, उग्रवाद में वृद्धि और एक विशेष धर्म से जुड़े कुछ समूहों को हाशिए पर धकेलना शामिल है.

साल 2020 में हुए एफ्रोबैरोमीटर सर्वेक्षण में शामिल करीब 22 फीसद नाइजीरियाई लोगों ने बताया कि पिछले वर्ष में धर्म के आधार पर भेदभाव हुआ है. यह दर, इस अध्ययन में शामिल 34 अफ्रीकी देशों में सबसे ज्यादा थी. सिएरा लियोन में यह दर सिर्फ 6 फीसद थी.

समजाशास्त्री जूलिया कोब्रिच का कहना है कि सिएरा लियोन में धार्मिक सहिष्णुता को अभी भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन शांति की वकालत करने और किसी भी प्रकार के संघर्ष को हल करने के लिए विभिन्न धर्मों के लोगों को एक साथ लाने के लिए समुदाय और समाज हर स्तर पर प्रयास करते हैं, सिर्फ धार्मिक स्तर पर ही नहीं.

फ्रीटाउन में रमजान चल रहा है और यहां अंतरधार्मिक सद्भाव की संस्कृति हमेशा मौजूद रहती है.

ईसाई धर्म के जोसेफ मन्ना ब्रिमा कहते हैं, "यह कुछ ऐसा है जैसे सिएरा लियोन का हर निवासी रमजान के दौरान प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से मुसलमान है. ऐसा इसलिए है क्योंकि हम सब कुछ साझा करते हैं, आपस में हम उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं. मतलब, ईसाई भाई मुसलमान न होते हुए भी खाना बना रहे हैं और यह काम वे अपने मुसलमान भाइयों और बहनों के लिए कर रहे हैं.”